0:01
दोस्तों जरा सोचिए आप एक नदी के किनारे
0:05
खड़े हो। एक तरफ स्ट्रांग करंट है जो आपको
0:09
पीछे खींच रहा है। यह है आपकी पुरानी
0:12
आदतें। आपका कंफर्ट जोन दूसरी तरफ एक नई
0:16
राह है जो आपको एक नई जिंदगी की तरफ ले जा
0:20
रही है। डिसिप्लिन सक्सेस और ग्रोथ की
0:24
राह। सवाल यह है आप कहां जाना चाहते हो?
0:28
और सबसे बड़ा सवाल क्या आपके पास वो
0:30
छोटी-छोटी नौकाएं यानी हैबिट्स हैं जो
0:33
आपको इस नदी को पार करवा सकें? चेम्स
0:37
क्लियर की किताब एटॉमिक हैबिट्स के यह
0:39
फाइनल चैप्टर हमें एक अल्टीमेट मैसेज देता
0:43
है कि रियल सक्सेस ओवरनाइट नहीं आती। वह
0:46
एक स्लो और स्टेडी प्रोसेस है जो कंपाउंड
0:50
होता है। आज हम इस चैप्टर में सीखेंगे कि
0:53
कैसे अपनी जिंदगी को लॉन्ग टर्म में
0:55
ट्रांसफॉर्म करना है और हैबिट्स को अपना
0:58
सबसे बड़ा वेपन बनाना है।
1:02
की आईडिया नंबर वन हैबिट्स डिसाइड योर
1:06
डेस्टिनी। चैप्टर 20 का सबसे बड़ा लेसन यह
1:09
है कि आपकी डेली हैबिट्स आपके फ्यूचर का
1:12
ब्लूप्रिंट होती हैं। अगर आप डेली थोड़े
1:16
सा भी बेटर होते हो चाहे वो 1% हो तो एक
1:20
साल बाद आप 37 टाइम्स बेटर बन जाओगे।
1:24
लेकिन अगर आप रोज थोड़ा सा वर्स होते हो
1:29
तो आप अपनी लाइफ का पोटेंशियल खुद ही
1:32
डिस्ट्रॉय कर दोगे। एग्जांपल एक स्टूडेंट
1:36
जो रोज 20 मिनट्स पढ़ता है और एक स्टूडेंट
1:38
जो प्रोक्रेस्टिनेट करता है और कहता है कल
1:42
कर लूंगा। 6 महीने बाद इन दोनों के
1:44
रिजल्ट्स का गैप इतना बड़ा होगा कि एक ने
1:48
अपना करियर बना लिया होगा और दूसरा अभी भी
1:51
स्टार्टिंग लाइन पर ही खड़ा होगा।
1:53
यही बात हेल्थ पर भी लागू होती है। अगर आप
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रोज बस 15 मिनट वॉक करते हो तो एक साल बाद
2:00
आप हेल्थियर और एनर्जेटिक फील करोगे और
2:03
अगर आप रोज जंक फूड खाते हो तो एक साल बाद
2:07
लाइफस्टाइल डिजीजेस का रिस्क हाई हो जाता
2:10
है। की आईडिया टू सक्सेस इज नॉट अ गोल
2:14
इट्स अ सिस्टम। जेम्स क्लियर कहते हैं
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सक्सेसफुल लोग गोल पर नहीं सिस्टम पर फोकस
2:21
करते हैं। गोल्स डायरेक्शन देते हैं लेकिन
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सिस्टम्स प्रोग्रेस दिखाते हैं। अगर आपके
2:27
पास एक सॉलिड सिस्टम है तो सक्सेस
2:30
इनएविटेबल है। एक राइटरल का एग्जांपल लेते
2:33
हैं। अगर वह कहता है मुझे एक बेस्ट सेलर
2:36
लिखना है तो शायद वो प्रेशर में आ जाएगा।
2:40
लेकिन अगर वो डेली सिर्फ 500 शब्द लिखने
2:44
का सिस्टम फॉलो करे तो कुछ महीनों में
2:47
उसके पास एक कंप्लीट बुक रेडी होगी।
2:51
सिमिलरली एक एथलीट के लिए ओलंपिक मेडल एक
2:56
गोल है। लेकिन उस गोल को पाने का सिस्टम
2:58
है डेली प्रैक्टिस, राइट न्यूट्रिशन और
3:01
रिकवरी। अगर सिस्टम स्ट्रांग है तो मेडल
3:05
ऑलमोस्ट गारंटेड है। की आइडिया थ्री द
3:09
प्लेट्यू ऑफ लेटेंट पोटेंशियल। यह एक
3:14
फैसिनेटिंग कांसेप्ट है जो जेम्स क्लियर
3:16
हमें समझाते हैं। वो कहते हैं जब हम एक नई
3:20
हैबिट शुरू करते हैं तो हमें तुरंत
3:23
रिजल्ट्स नहीं दिखते। हम मेहनत करते हैं
3:26
करते रहते हैं पर लगता है कुछ बदल ही नहीं
3:30
रहा। यह स्टेज होता है प्लैट्यू ऑफ लेटेंट
3:34
पोटेंशियल। लेकिन एक पॉइंट के बाद एकदम से
3:38
रिजल्ट्स दिखने लगते हैं। एक बमबू ट्री को
3:42
इमेजिन करो। पहले 5 साल तक वो जमीन के
3:45
अंदर अपनी रूट्स ग्रो करता है। ऊपर से कुछ
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नहीं दिखाई देता। लेकिन सिक्स्थ ईयर में
3:51
वह सिर्फ 6 महीनों में 90 फीट तक बढ़ जाता
3:55
है। हैबिट्स भी वैसे ही हैं। पहले आपको
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लगता है कुछ नहीं हो रहा। पर एक दिन आप
4:01
ब्रेक थ्रू करते हो और दुनिया के लिए
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ओवरनाइट सक्सेस बन जाते हो। की आईडिया फॉर
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स्मॉल हैबिट्स शीप बिग आइडेंटिटी। इस
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चैप्टर का एक कोर मैसेज यह भी है कि
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हैबिट्स आपकी आइडेंटिटी बनाती हैं। जब आप
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रोज लिखते हो तो आप एक राइटर बन जाते हो।
4:23
जब आप रोज रन करते हो तो आप एक रनर बन
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जाते हो। जब आप रोज अपने पैसे मैनेज करते
4:30
हो तो आप एक डिसिप्लिन पर्सन बन जाते हो।
4:35
एग्जांपल अगर आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल
4:38
चाहते हो तो बस हेल्दी इंसान की तरह एक्ट
4:41
करना शुरू करो। हर छोटी चॉइस एक गिलास
4:45
पानी चूज करना, एक फ्रूट खाना, लिफ्ट के
4:48
बजाय स्टियर्स लेना। यह सब आपके आइडेंटिटी
4:51
के बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं। और जब आपकी
4:54
आइडेंटिटी चेंज होती है तो हैबिट्स
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ऑटोमेटिकली बन जाती हैं।
5:00
की आइडिया फाइव कंटीन्यूअस इंप्रूवमेंट
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जिसको हम काइजन माइंडसेट भी बोलते हैं।
5:06
चैप्टर 20 का एक और इंपॉर्टेंट प्रिंसिपल
5:10
है काइजन यानी कंटीन्यूअस इंप्रूवमेंट।
5:14
जापान में एक कांसेप्ट पॉपुलर है। हर दिन
5:17
थोड़ा सा बेटर बनो। चाहे आप एक स्टूडेंट
5:20
हो, एक बिजनेसमैन हो या एक आर्टिस्ट। अगर
5:23
आप रोज अपने काम में एक छोटी इंप्रूवमेंट
5:26
लाते हो तो लॉन्ग टर्म में आप अनबिटेबल बन
5:29
जाते हो। माइकल जॉर्डन, सचिन तेंदुलकर या
5:32
विराट कोहली जैसे लेजेंड्स इसीलिए
5:34
लेजेंड्स बने क्योंकि क्योंकि उन्होंने हर
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दिन अपनी गेम में एक छोटी इंप्रूवमेंट पर
5:41
की आइडिया सिक्स सक्सेस इज इक्वल टू
5:44
हैबिट्स मल्टीप्लाई बाय टाइम। जेम्स
5:47
क्लियर कहते हैं टाइम सबसे बड़ा
5:49
मल्टीप्लायर है। अच्छी हैबिट्स टाइम के
5:52
साथ कंपाउंड होती हैं और एक्स्ट्रा
5:55
ऑर्डिनरी रिजल्ट्स बनाती हैं। बुरी
5:58
हैबिट्स भी टाइम के साथ कंपाउंड होती हैं
6:00
और डिस्ट्रक्शन लाती हैं। आपका सेविंग्स
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का एग्जांपल लो। अगर आप रोज ₹100 बचाते हो
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तो पहले लगता है कुछ खास नहीं हो रहा।
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लेकिन 10 साल बाद कंपाउंड इंटरेस्ट की वजह
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से वो पैसे एक बड़ा फंड बन जाते हैं। इसी
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तरह अगर आप रोज 30 मिनट सोशल मीडिया
6:20
स्क्रॉल करते हो तो एक दिन में लगता है
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छोटी बात है लेकिन 5 साल बाद आप कैलकुलेट
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करोगे तो पता चलेगा आपने हजारों घंटे
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वेस्ट कर दिए जो आपको एक एक्सपर्ट बनाने
6:31
में लग सकते थे। की आईडिया सेवन फोकस ऑन द
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प्रोसेस नॉट द इवेंट। लोग अक्सर कहते हैं
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मुझे एक मैराथन जीतना है। मुझे एक एग्जाम
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क्रैक करना है या मुझे एक प्रमोशन चाहिए।
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लेकिन जेम्स क्लियर कहते हैं यह सब एक
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इवेंट है। रियल चेंज प्रोसेस में होता है।
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जब आप मैराथॉन की डेली प्रैक्टिस करते हो,
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एग्जाम के लिए रोज पढ़ते हो और अपने काम
6:59
में कंसिस्टेंटली बेटर होते हो, तभी आपको
7:02
वो इवेंट जीतने का हक मिलता है। इवेंट एक
7:05
माइलस्टोन है। प्रोसेस ही असली जर्नी है।
7:09
की आइडिया एट हैबिट्स एस कंपाउंड इंटरेस्ट
7:13
ऑफ सेल्फ इंप्रूवमेंट। चे्स क्लियर एक
7:15
बड़ा पावरफुल लाइन लिखते हैं। हैबिट्स आर
7:17
द कंपाउंड इंटरेस्ट ऑफ सेल्फ इंप्रूवमेंट।
7:20
जैसे पैसे कंपाउंड इंटरेस्ट से बढ़ते हैं,
7:23
वैसे ही आपके एक्शंस भी कंपाउंड होते हैं।
7:26
एक छोटी सी हैबिट रोज ग्रेटट्यूड लिखना
7:29
आपको मेंटली स्ट्रांग बनाता है। रोज एक
7:32
पुश अप करना आपको इवेंचुअली फिटर बनाता
7:35
है। रोज एक पेज पढ़ना आपको एक
7:37
इंटेलेक्चुअल बनाता है। छोटी हैबिट्स लगती
7:40
है पर लॉन्ग टर्म में वही सबसे बड़े
7:43
रिजल्ट्स लाती हैं। फाइनल मैसेज द पावर ऑफ
7:47
स्मॉल विंस। दोस्तों, चैप्टर 20 हमें एक
7:51
ही चीज याद दिलाता है। ग्रेटनेस कोई एक
7:54
बड़ी लीप से नहीं आती बल्कि हजारों छोटी
7:57
कदमों से आती है। हर रोज 1% बेटर होने की
8:00
प्रैक्टिस करो। अपनी आइडेंटिटी को अपनी
8:03
हैबिट्स से अलाइन करो। अपना एनवायरमेंट
8:06
ऐसा बनाओ जहां सक्सेस इनएविटेबल हो। और
8:09
सबसे इंपॉर्टेंट पेशेंस रखो। क्योंकि बमबू
8:13
ट्री की तरह आपकी ग्रोथ एक दिन जरूर
8:18
दोस्तों अब मैं आपसे एक पावरफुल एक्सरसाइज
8:22
करवाना चाहता हूं। एक हैबिट लिखो जो आप
8:25
शुरू करना चाहते हो और कमेंट में बताओ कि
8:28
आप उसको 1% डेली कैसे इंप्रूव करोगे। एक
8:32
बैड हैबिट लिखो जो आप तोड़ना चाहते हो और
8:35
सोचो कि उसके लिए एनवायरमेंट या फ्रिक्शन
8:38
कैसे क्रिएट करोगे। अपने लिए एक लॉन्ग
8:41
टर्म विज़ रखो कि आप 5 साल बाद कहां खुद को
8:44
देखना चाहते हो और सोचो कि उस विज़न को
8:47
रियलिटी बनाने के लिए कौन सी छोटी हैबिट्स
8:50
आज से ही शुरू करनी होंगी।
8:53
एग्जांपल गुड हैबिट रोज रीडिंग स्टार्ट
8:56
विद टू पेजेस डेली फिर धीरे-धीरे 20 पेजेस
8:59
तक। बैड हैबिट प्रोक्रेस्टिनेशन
9:01
एनवायरमेंट चेंज करो। फोन को साइलेंट मोड
9:04
पे डालो और साथ में हैबिट ट्रैकर यूज़ करो।
9:07
विज़ फिट एंड हेल्दी। इसके लिए हैबिट्स रोज
9:10
20 मिनट वर्कआउट, साफ सुथरा खाना और डेली
9:14
समय पर सोना। दोस्तों, यह था एकटॉमिक
9:18
हैबिट्स का फाइनल चैप्टर और पूरी जर्नी का
9:21
सार। अगर आपने साथ-साथ सारी समरीज देखी
9:25
है, तो अब आपके पास एक कंप्लीट रोड मैप है
9:28
अपनी जिंदगी ट्रांसफॉर्म करने का। याद
9:30
रखिए मोटिवेशन शॉर्ट टर्म है। विल पावर
9:34
अनरिलायबल है लेकिन सिस्टम्स एनवायरमेंट
9:37
और छोटी-छोटी हैबिट्स आपके सबसे बड़े
9:40
दोस्त हैं। मैं हूं सचिन और आप देख रहे थे
9:43
किताब टॉक्स। अगर आपको यह पूरा एटॉमिक
9:46
हैबिट सीरीज पसंद आई है तो लाइक दबाओ
9:49
सब्सक्राइब करो और बेल आइकन प्रेस करो
9:53
ताकि आपको और भी सेल्फ ग्रोथ के पावरफुल
9:56
आइडियाज मिलते रहें। और दोस्तों एक बात
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हमेशा याद रखना सक्सेस एक दिन में नहीं
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बनती वो हर दिन के छोटे एफर्ट्स का रिजल्ट
10:04
होती है। बस एक सवाल है क्या आप अपनी
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जिंदगी के आर्किटेक्ट बनने के लिए रेडी
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हो? मिलते हैं अगली जर्नी में एक नए