0:01
सोचिए अगर मैं आपसे कहूं कि आपके अंदर एक ऐसा हिडन पावर है जो आपके करियर, पैसा,
0:08
रिलेशनशिप्स, हेल्थ और हैप्पीनेस सब डिसाइड करता है और आप उस पावर को
0:14
कॉन्शियसली कंट्रोल कर सकते हो। यह पावर ना कोई जादू है, ना कोई रॉकेट साइंस। यह
0:20
है आपका सबकॉन्शियस माइंड। मर्फी कहते हैं कि अगर आप अपने सबकॉन्शियस को सही
0:27
डायरेक्शन दो तो आप अपनी जिंदगी को वैसे डिजाइन कर सकते हो जैसे एक आर्किटेक्ट
0:34
अपना घर डिजाइन करता है। चैप्टर वन दो माइंड्स कॉन्शियस और सबकॉन्शियस। मर्फी
0:42
कहते हैं कि हर इंसान के अंदर दो दिमाग काम करते हैं। पहला कॉन्शियस माइंड जो
0:48
डिसीजन लेता है, सोचता है, एनालाइज करता है। दूसरा सबकॉन्शियस माइंड जो इमोशंस,
0:54
बिलीव्स, हैबिट्स और मेमोरीज को स्टोर करता है। मर्फी कहते हैं सबकॉन्शियस एक
1:00
फर्टाइल जमीन की तरह है। जो सीड्स, थॉट्स और बिलीव्स आप इसमें डालोगे वही फ्यूचर
1:08
में ग्रो करेंगे। अगर आप बार-बार कहोगे मैं सक्सेसफुल हूं, मैं कैपेबल हूं,
1:13
सबकॉन्शियस उसे सच मान लेगा और आपको उस डायरेक्शन में पुश करेगा। लेकिन अगर आप
1:20
सोचते हो मुझसे नहीं होगा, मेरे पास पैसा नहीं है तो वही रियलिटी बन जाएगी।
1:26
एनालिसिस इसका मतलब है सेल्फ टॉक ही टेस्टिनी बनाती है। यही प्रिंसिपल मॉडर्न
1:33
सेल्फ हेल्प बुक्स जैसे एटॉमिक हैबिट्स और द कंपाउंड इफेक्ट में भी मिलता है। छोटी
1:39
पॉजिटिव बातें मिलकर बड़ी सक्सेस बनाती हैं। चैप्टर टू बिलीफ की पार। मर्फी कहते
1:48
हैं कि बिलीफ ही जिंदगी का सबसे बड़ा मैजिक है। जो चीज आप प्योर फेथ के साथ
1:55
मानते हो सबकॉन्शियस उसे रियलिटी बनाने लगता है। इसी वजह से प्रेयर्स, मंत्रास और
2:02
अफमेशंस काम करते हैं। मर्फी एक एग्जांपल देते हैं। एक डॉक्टर ने पेशेंट को सिर्फ
2:09
शुगर पिल दिया लेकिन बोला कि यह पावरफुल मेडिसिन है। पेशेंट ने स्ट्रांगली बिलीव
2:15
किया और उसकी हेल्थ इंप्रूव हो गई। यही है प्लेसीबोई इफेक्ट।
2:21
सबकॉन्शियस को एक्सटर्नल चीजों से फर्क नहीं पड़ता। उसे बस आपके बिलीफ पर भरोसा
2:28
है। अगर आप बिलीफ रखते हैं, मैं सक्सेसफुल हूं तो सबकॉन्शियस उसके प्रूफ क्रिएट करना
2:34
शुरू कर देता है। चैप्टर थ्री विजुअलाइजेशन और पॉजिटिव थिंकिंग मर्फी
2:41
कहते हैं अगर आपको अपने गोल्स अचीव करने हैं तो अपने सबकॉन्शियस को विजुअलाइजेशन
2:48
से प्रोग्राम करो। अपने गोल्स को क्लियरली इमेजिन करो। अपने आपको उस सिचुएशन में फील
2:55
करो जैसे वो ऑलरेडी हो चुका हो। जब आप इमोशंस के साथ विजुअलाइज करते हो।
3:02
सबकॉन्शियस उस इमेजिनेशन को रियलिटी बनाने लगता है।
3:08
प्रमोशन चाहिए। हर दिन आपको अपनी नई सीट पर बैठे इमेजिन करो। कोलीग्स से रिस्पेक्ट
3:16
मिलता हुआ फील करो। धीरे-धीरे सबकॉन्शियस आपके एक्शंस और बिहेवियर को उसी डायरेक्शन
3:22
में ले जाएगा। सो दोस्तों, विजुअलाइजेशन कोई इल्लुजन नहीं बल्कि एक तरह की मेंटल रिहर्सल है।
3:29
जैसे स्पोर्ट्स पर्संस अपनी जीतने की मूव्स पहले माइंड में रिहर्स करते हैं।
3:36
चैप्टर फोर नेगेटिव थॉट्स का ट्रैप। मर्फी कहते हैं कि जैसे पॉजिटिव थॉट्स आपको ऊपर
3:44
ले जाते हैं, वैसे ही नेगेटिव थॉट्स आपको नीचे खींच लेते हैं। वो कहते हैं कभी मत
3:50
बोलो। मैं यह नहीं कर सकता। मत सोचो मेरे पास पैसा नहीं है और इंपॉसिबल को अपनी
3:55
डिक्शनरी से हटा दो। सबकॉन्शियस इन वर्ड्स को ऑर्डर्स की तरह ट्रीट करता है और उसी
4:02
हिसाब से आपको जिंदगी डिजाइन करनी पड़ती है। तो दोस्तों वर्ड्स आपके सबकॉन्शियस के लिए
4:10
प्रोग्रामिंग कमांड्स होते हैं। अगर आप रोज नेगेटिव बोलते हो तो सबकॉन्शियस वही
4:16
नेगेटिव प्रोग्राम एग्जीक्यूट करेगा। नेक्स्ट चैप्टर चैप्टर फाइव सबकॉन्शियस और
4:24
स्लीप का रिलेशन मर्फी कहते हैं कि सोने से पहले का समय सबकॉन्शियस को प्रोग्राम
4:30
करने के लिए सबसे पावरफुल होता है। अगर आप वरीस और स्ट्रेस लेकर सोते हो तो वही
4:36
सबकॉन्शियस में रजिस्टर हो जाता है। लेकिन अगर आप ग्रेटट्यूड फील करके अफमेशंस बोलकर
4:42
या अपने गोल्स इमेजिन करके सोते हो तो सबकॉन्शियस रात भर उस पर काम करता है।
4:48
एनालिसिस इसीलिए मर्फी रिकमेंड करते हैं कि बेड टाइम रूटीन में पॉजिटिविटी जरूर
4:55
इंक्लूड करो। सक्सेसफुल लोग इसी वजह से नाइट अफमेशंस और ग्रेटट्यूड जर्नलिंग करते
5:10
दोस्तों अभी तक के एनालिसिस से हमें यह की लेसंस मिलते हैं। पहला सबकॉन्शियस एक
5:16
फर्टाइल सोइल है। जो आप बोलोगे वही उगाएगा। सेकंड, बिलीफ ही सबसे बड़ा मैजिक
5:23
है। तीसरा विजुअलाइजेशन आपके फ्यूचर को शेप करता है। चौथा नेगेटिव सेल्फ टॉक आपका
5:31
सबसे बड़ा दुश्मन है। पांचवा, स्लीप से पहले का टाइम सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग के
5:36
लिए गोल्डन मोमेंट है। इन लेसंस को अप्लाई करके आप धीरे-धीरे अपनी जिंदगी को नई
5:43
पॉजिटिव डायरेक्शन दे सकते हो। अब आगे चलते हैं। चैप्टर छ
5:50
सबकॉन्शियस और हीलिंग पावर। मर्फी कहते हैं कि हमारा बॉडी खुद में एक नेचुरल
5:56
हीलिंग सिस्टम रखता है और उसका मास्टर की है सबकॉन्शियस माइंड। अगर आप बार-बार
6:02
सोचते हो मैं बीमार हूं, मैं कमजोर हूं तो सबकॉन्शियस उसी को रीइंफोर्स करता है और
6:08
बॉडी स्लो हीलिंग करती है। लेकिन अगर आप अफमेशंस दो। जैसे मैं परफेक्टली हेल्दी
6:15
हूं। मेरा शरीर रोज मजबूत हो रहा है तो सबकॉन्शियस हीलिंग को फास्ट करता है।
6:20
एग्जांपल एक आदमी को सीरियस बीमारी थी। डॉक्टर्स ने हार मान ली थी। उसने रोज अपने
6:27
आप से कहा गॉड की हीलिंग पावर मेरे अंदर है। मैं रोज बेटर हो रहा हूं। धीरे-धीरे
6:33
उसकी हेल्थ इंप्रूव हो गई। एनालिसिस मॉडर्न साइंस भी मानती है कि माइंड बॉडी
6:38
कनेक्शन बहुत पावरफुल है। आगे पॉजिटिव फेथ और बिलीफ डायरेक्टली इम्यून सिस्टम और
6:45
हीलिंग को एक्टिवेट कर देते हैं। अब चलिए चलते हैं चैप्टर सेवन पे। वेल्थ और
6:50
सबकॉन्शियस माइंड। यह सेक्शन बहुत इंपॉर्टेंट है एंड सबको बहुत पसंद आता है।
6:56
मर्फी कहते हैं कि पैसे की कमी का कारण अक्सर लैक ऑफ मनी नहीं बल्कि लैक ऑफ राइट
7:04
माइंडसेट है। अगर आप सोचते हो पैसा गंदा है या मेरे पास कभी नहीं होगा सबकॉन्शियस
7:12
इसको सच बना देगा। लेकिन अगर आप सोचते हो मनी मेरी लाइफ में फ्रीली फ्लो करती है।
7:20
मैं प्रोस्पेरिटी डिर्व करता हूं। सबकॉन्शियस ऐसे अपॉर्चुनिटीज क्रिएट करता
7:25
है जो आपको वेल्थ तक ले जाते हैं। प्रैक्टिकल टिप मर्फी रिकमेंड करते हैं कि
7:32
रोज अपने सबकॉन्शियस को पॉजिटिव मनी अफमेशंस दो। जैसे मैं प्रोस्पेरिटी
7:38
अट्रैक्ट करता हूं। मनी एक डिवाइन एनर्जी है जो फ्रीली मेरे पास आती है। एनालिसिस
7:47
वेल्थ अट्रैक्ट करने के लिए सबसे जरूरी है पैसा लेकर गिल्ट और नेगेटिविटी को छोड़ना।
7:55
दूसरा मनी को एक पॉजिटिव रिसोर्स समझो जो आपकी लाइफ को बेटर बना सकता है। आगे चलते
8:02
हैं चैप्टर एट पे रिलेशनशिप्स और सबकॉन्शियस। मर्फी कहते हैं कि आपके
8:08
रिलेशनशिप्स का क्वालिटी भी आपके सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग पर डिपेंड करती
8:13
है। अगर आप सोचते हो लोग मुझे पसंद नहीं करते। सबकॉन्शियस ऐसी सिचुएशंस क्रिएट
8:20
करेगा जहां रिजेक्शन मिलेगा। अगर आप सोचते हो मैं प्यार और रिस्पेक्ट डिर्व करता
8:25
हूं। सबकॉन्शियस वैसी ही रियलिटी अट्रैक्ट करेगा। एग्जांपल एक महिला ने सोचना शुरू
8:32
किया कि मैं एक लविंग और केयरिंग पार्टनर डिर्व करती हूं। उसने रोज इस थॉट को
8:39
सबकॉन्शियसली रिइंफोर्स किया और थोड़े समय बाद उसे वैसा पार्टनर मिला। एनालिसिस
8:46
रिलेशनशिप इंप्रूव करने के लिए दूसरों से पहले अपने बिलीव्स बदलो। जो एनर्जी आप
8:53
पीकर रखते हो वही बाहर अट्रैक्ट होती है। चैप्टर नाइन फियर और सबकॉन्शियस। मर्फी
9:01
कहते हैं कि डर असली दुश्मन है। फियर एक इमेजिनेशन है जो फ्यूचर को नेगेटिव पिक्चर
9:08
में दिखाता है। अगर आप बार-बार सोचते हो मुझे फेलियर मिलेगा। सबकॉन्शियस उसी को सच
9:14
बना देगा। लेकिन अगर आप डर को फेथ से रिप्लेस करो तो सबकॉन्शियस आपको उस गोल तक
9:21
पहुंचाने लगेगा। प्रैक्टिकल टिप व्हनेवर फियर आए तुरंत बोलो। यह सिर्फ एक थॉट है।
9:29
मैं फियरलेस हूं। सबकॉन्शियस मेरे साथ है। एनालिसिस। फियर एक फॉल्स इमेजिनेशन है जो
9:37
सबकॉन्शियस को गलत डायरेक्शन देता है। फेथ और पॉजिटिव एक्सपेक्टेशन ही उसका सबसे
9:44
बड़ा इलाज है। आगे बात करते हैं चैप्टर 10
9:50
की क्रिएटिव पावर ऑफ सबकॉन्शियस। मर्फी कहते हैं कि जितने भी महान इन्वेंटर्स,
9:58
आर्टिस्ट, राइटर्स और साइंटिस्ट हुए हैं, सब ने सबकॉन्शियस की पावर को यूज किया है।
10:06
जब कॉन्शियस माइंड रिलैक्स होता है जैसे नींद आने से पहले, मेडिटेशन में या वॉक
10:12
पे, तो सबकॉन्शियस क्रिएटिव आइडियाज देता है। मर्फी कहते हैं कि सॉलशंस अक्सर तभी
10:20
आते हैं जब आप कॉन्शियसली स्ट्रगल कर कर छोड़कर रिलैक्स होते हो। एग्जांपल एडिसन
10:27
और आइंस्टाइन दोनों ने अपने सबकॉन्शियस को क्रिएटिव टूल की तरह यूज किया। उन्होंने
10:33
कॉन्शियसली क्वेश्चंस पूछे और सबकॉन्शियस से आंसर्स पाए। एनालिसिस सबकॉन्शियस एक
10:39
अनलिमिटेड क्रिएटिविटी का सोर्स है। अगर आप स्टक फील करते हो तो रिलैक्स होकर
10:45
सबकॉन्शियस को काम करने दो। अभी तक हमने जाना कि सबकॉन्शियस सिर्फ एक
10:53
सोचना और महसूस करने वाला टूल नहीं बल्कि हीलिंग, वेल्थ क्रिएशन, रिलेशनशिप
11:00
बिल्डिंग और क्रिएटिविटी का अल्टीमेट पावर हाउस है। अभी हमने सीखा है सबकॉन्शियस
11:07
माइंड बॉडी की हीलिंग स्पीड डिसाइड करता है और मिनी और प्रोस्पेरिटी अट्रैक्ट करना
11:15
बिलीव्स पर डिपेंड करता है। आगे रिलेशनशिप इंप्रूव करने के लिए सबसे पहले इनर
11:22
बिलीव्स बदलिए। आगे फियर एक फॉल्स इमेजिनेशन है। उसे फेथ से रिफ्लेक्ट
11:29
रिप्लेस करो। और क्रिएटिविटी आइडियाज जो क्रिएटिविटी लाते हैं
11:35
सबकॉन्शियस की रिलैक्स्ड स्टेट में आते हैं। अगर आप इन प्रिंसिपल्स को कॉन्शियसली
11:42
अप्लाई करना शुरू कर दो तो आपकी हेल्थ, वेल्थ और रिलेशनशिप में ट्रेमेटिक बदलाव आ
11:49
सकता है। चलिए दोस्तों आगे चलते हैं चैप्टर 11 पर।
11:56
सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग के मेथड्स मर्फी कहते हैं कि सबकॉन्शियस माइंड एक ओबिडिएंट
12:02
सर्वेंट है। जो भी आप उसे बार-बार और इमोशनली बोलते हो वही वह एक्सेप्ट करके
12:09
रियलिटी में बदल देता है। प्रॉब्लम यह है कि ज्यादातर लोग नेगेटिव थॉट्स को बार-बार
12:15
रिपीट करते हैं और फिर वंडर करते हैं कि उनकी लाइफ पॉजिटिव क्यों नहीं है। प्रोग्रामिंग के चार मुख्य तरीके हैं।
12:22
पहला अफमेशंस। जब आप रोज खुद से कहते हैं मैं हेल्दी हूं। मैं सक्सेसफुल हूं तो
12:28
धीरे-धीरे सबकॉन्शियस उसे सच मानने लगता है। सेकंड विजुअलाइजेशन
12:35
जो भी गोल चाहते हो उसकी क्लियर मेंटल पिक्चर बनाओ। अगर आप अपने आपको ऑलरेडी
12:41
सक्सेसफुल इमेजिन करते हो तो सबकॉन्शियस उसी दिशा में काम करेगा। तीसरा रेपटीशन।
12:48
सबकॉन्शियस एक बार में नहीं मानता। उसे बार-बार वही सिग्नल देना पड़ता है। जितना
12:54
रेपटीशन होगा उतना जल्दी वो थॉट सबकॉन्शियस में प्रिंट हो जाएगा। चौथा फेथ
13:01
सबसे इंपॉर्टेंट एलिमेंट है विश्वास। अगर अफमेशंस और विजुलाइजेशन करते हो पर दिल
13:08
में डाउट रखते हो तो वो काम नहीं करेगा। एनालिसिस सबकॉन्शियस को एक फर्टाइल सॉइल
13:15
मानो। जो सीड्स थॉट्स बार-बार डालोगे और उन पर विश्वास करोगे वही उगेंगे। इसीलिए
13:22
अपनी रोज की सेल्फ टॉक और इम इमेजिनेशन को कॉन्शियसली कंट्रोल करना जरूरी है। चैप्टर
13:29
12 सबकॉन्शियस और सक्सेस। मर्फी कहते हैं कि सक्सेस और फेलियर का सबसे बड़ा कारण
13:36
सरकमस्ट्ससेस या लक नहीं बल्कि सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग है। सक्सेसफुल लोग अपने
13:43
सबकॉन्शियस को मैं कर सकता हूं जैसे कमेंट्स देते हैं। वही अनसक्सेसफुल लोग
13:50
सबकॉन्शियसली कहते हैं मुझसे नहीं होगा। मैं अनलकी हूं। एग्जांपल एक सेल्समैन डेली
13:56
सोचता था कि लोग उसे रिजेक्ट करेंगे। रिजल्ट कस्टमर्स सच में उसे इग्नोर कर
14:02
देते थे। फिर उसने कॉन्शियसली अपनी प्रोग्रामिंग बदली। रोज उसने अफमेशंस दी।
14:09
कस्टमर्स मेरी बात सुनते हैं। वो मुझे पसंद करते हैं। मेरी प्रोडक्ट उनके काम की
14:14
है। कुछ ही हफ्तों में उसकी सेल्स डबल हो गई। एनालिसिस यह एग्जांपल दिखाता है कि
14:21
सबकॉन्शियस हमेशा आपके बिलीव्स को कंफर्म करता है। अगर बिलीव्स नेगेटिव है तो
14:27
फेलियर्स मिलेंगे। अगर बिलीव्स पॉजिटिव हैं तो सबकॉन्शियस ओपोरर्चुनिटीज और
14:32
एनर्जी प्रोवाइड करेगा जो आपके सक्सेस तक लेके जाएगी। लेसन सक्सेस किसी बाहर की चीज
14:39
से नहीं आती बल्कि अंदर की प्रोग्रामिंग से आती है। अपना सबकॉन्शियस आई कैन डू इट
14:46
मोड में डालो और धीरे-धीरे सक्सेस आपकी लाइफ का हिस्सा बन जाएगी। चैप्टर 13
14:52
सबकॉन्शियस और डिसीजन मेकिंग। मर्फी कहते हैं कि जब भी इंसान किसी कठिन डिसीजन के
14:58
सामने होता है तो उसका माइंड कंफ्यूज हो जाता है। कॉन्शियस माइंड ज्यादा सोचता है
15:04
और ओवर एनालाइज करता है जिससे क्लेरिटी खो जाती है। लेकिन सबकॉन्शियस के पास हमेशा
15:10
सही आंसर होता है। बस उसे पूछना आना चाहिए। टेक्निक सिंपल है। सोने से पहले
15:16
अपने सबकॉन्शियस से क्वेश्चन पूछो। जैसे सबकॉन्शियस मुझे सही रास्ता दिखाओ। फिर रिलैक्स होकर सो जाओ। अक्सर अगली सुबह
15:24
आपको एक क्लियर आईडिया या स्ट्रांग इंट्यूशन मिलता है। यही वह तरीका है जिसे
15:29
लोग कहते हैं स्लीप ऑन इट। उदाहरण के तौर पर एक बिजनेसमैन को समझ नहीं आ रहा था कि
15:36
उसे डील साइन करनी चाहिए या नहीं। उसने रात को अपने सबकॉन्शियस से गाइडेंस मांगी
15:42
और अगली सुबह उसके मन में साफ आंसर आया। डील रिजेक्ट करनी चाहिए। बाद में साबित
15:47
हुआ कि डील सच में नुकसानदायक थी। एनालिसिस सबकॉन्शियस एक सुपर कंप्यूटर की
15:53
तरह है जो बैकग्राउंड में हर समय काम करता है। जब आप रिलैक्स होते हो या उससे फेथ के
15:58
साथ पूछते हो तो आंसर्स नेचुरली सरफेस पे आ जाते हैं।
16:05
चैप्टर 14 सबकॉन्शियस और फॉरगिवनेस मर्फी कहते हैं कि ग्रजेस और नाराजगी सबसे
16:13
ज्यादा नुकसान उसी इंसान को पहुंचाती है जो उन्हें होल्ड करता है। जब आप किसी को
16:19
हेट करते हो तो वह हेटर आपके सबकॉन्शियस में पोइजन बनकर स्टोर हो जाती है। रिजल्ट
16:25
ए्जायटी, हेल्थ इशू और फेलियर्स अट्रैक्ट होने लगते हैं। फॉरगिसनेस इस पोइजन को
16:32
डिसॉल्व करता है। जब आप सिंसियरली कहते हो मैं सबको माफ करता हूं और सब मुझे माफ
16:39
करते हैं। तो आपका सबकॉन्शियस नेगेटिव ब्लॉकेजेस से फ्री हो जाता है। यह एक तरह
16:45
की इमोशनल डिटॉक्स है। एग्जांपल एक महिला सालों से अपने पति से नाराज थी। रिजल्ट वो
16:52
खुद बीमार रहने लगी। जब उसने फॉरगिवनेस प्रैक्टिस शुरू किया धीरे-धीरे उसकी हेल्थ
16:57
इंप्रूव हो गई और उसके रिश्ते भी बेटर हो गए। एनालिसिस फॉरगिवनेस दूसरों के लिए
17:04
नहीं बल्कि अपने लिए सबसे बड़ा गिफ्ट है। नेगेटिव इमोशंस छोड़कर आप अपने सबकॉन्शियस
17:10
को फ्रेश एनर्जी देते हो। और जैसे ही वह ब्लॉकेज हटता है आपकी लाइफ स्मूथ चलने
17:16
लगती है। आगे बात करते हैं चैप्टर 15 की सबकॉन्शियस और वर्क एफिशिएंसी। मर्फी कहते
17:23
हैं कि जब आप काम को तनाव और वरी के साथ करते हो तो सबकॉन्शियस बंद हो जाता है।
17:30
स्ट्रेस एक बैरियर है जो क्रिएटिविटी को ब्लॉक करता है। लेकिन जब आप काम को खुशी
17:36
और कॉन्फिडेंस के साथ करते हो तो सबकॉन्शियस अमेजिंग शॉर्टकट्स और नए सॉलशंस दिखाता है। एग्जांपल एक इंजीनियर
17:45
को एक मशीन डिजाइन करनी थी। कई दिन स्ट्रगल करने के बाद भी स्यूशन नहीं मिला। फिर उसने कॉन्शियसली छोड़कर सबकॉन्शियस को
17:53
कहा तू मुझे स्यूशन देगा। रिलैक्स होकर सोया और अगली सुबह एक ब्रिलियंट आईडिया
18:00
लेकर उठा जो उसकी प्रॉब्लम सॉल्व कर गया। एनालिसिस
18:05
सबकॉन्शियस तब बेस्ट काम करता है जब आप रिलैक्स्ड रहते हो। इसीलिए काम करते वक्त
18:11
हमेशा जॉय और फेथ के साथ अप्रोच करो। जितना आप रिलैक्स रहोगे उतना सबकॉन्शियस
18:17
एफिशिएंटली काम करेगा और प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी। चैप्टर 16 सबकॉन्शियस और वेल्थ हैबिट्स।
18:26
मर्फी कहते हैं कि पैसा सिर्फ मेहनत से नहीं आता बल्कि सही बिलीव्स और हैबिट्स से
18:31
आता है। अगर आप पैसा को एक नेगेटिव चीज मानते हो जैसे मनी प्रॉब्लम्स क्रिएट करता
18:37
है तो सबकॉन्शियस आपको वेल से दूर रखेगा। लेकिन अगर आप कहते हो मनी एक पॉजिटिव
18:43
एनर्जी है जो फीली फ्लो करती है तो सबकॉन्शियस आपको प्रोस्पेरिटी अट्रैक्ट
18:48
कराने वाले एकशंस और लोगों की तरफ ले जाएगा डेली वेल्थ अफमेशंस दो मैं अबंडेंस
18:56
अट्रैक्ट करता हूं मैं प्रोस्पेरिटी डिर्व करता हूं साथ ही अपनी इमेजिनेशन में खुद
19:01
को ऑलरेडी प्रोस्पेरस इमेजिन करो स्लोली सबकॉन्शियस उसी को रियलिटी बनाएगा
19:07
एनालिसिस स्केसिटी माइंड सेट से आप पावर्टी अट्रैक्ट करते हो और प्रोस्पेरिटी
19:14
माइंडसेट से आप अबंडेंस अट्रैक्ट करते हो। सबकॉन्शियस मनी को लेकर न्यूट्रल है। जो
19:20
भी आप उसे बार-बार बोलते हो वह सच बना देगा। इसीलिए अपनी वेल्थ, हैबिट्स और मनी
19:26
माइंडसेट कॉन्शियसली पॉजिटिव रखो। अब इस हिस्से में मर्फी कहते हैं कि
19:32
सबकॉन्शियस को प्रोग्राम करने के लिए सही मेथड्स अपनाना जरूरी है। अफमेशंस,
19:37
विजुअलाइजेशन, रिपीटीशन और फेथ। सक्सेस और डिसीजन मेकिंग सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग पर
19:43
डिपेंड करते हैं। फॉरगिवनेस सबकॉन्शियस को अनब्लॉक करता है और रिलैक्सेशन, वर्क
19:49
एफिशिएंसी को बढ़ाता है। वेल्थ अट्रैक्ट करने के लिए सबकॉन्शियस को प्रोस्पेरिटी
19:55
माइंडसेट देना जरूरी है। सिंपल शब्दों में सब कॉनशियस माइंड एक फेथफुल सर्वेंट है।
20:01
उसे जो भी इंस्ट्रक्शन दोगे वही वो एग्जीक्यूट करेगा। इसलिए उसे हमेशा
20:07
पॉजिटिव और कंस्ट्रक्टिव कमांड्स दो।
20:13
चैप्टर 17 सबकॉन्शियस और रिलेशनशिप्स मर्फी कहते हैं कि इंसान की रिलेशनशिप्स
20:20
भी उसके सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग का रिफ्लेक्शन होती हैं। अगर कोई हमेशा सोचता
20:27
है कि लोग उसे धोखा देंगे तो सबकॉन्शियस उसी तरह के लोग अट्रैक्ट करेगा।
20:33
लेकिन अगर आप अपने सबकॉन्शियस को भरते हो, मैं लोगों से प्यार करता हूं और लोग मुझे प्यार करते हैं तो आपकी नेचुरली हेल्दी और
20:41
सपोर्टिव रिलेशनशिप्स मिलने लगते हैं। प्रैक्टिकल टिप रोज अफर्म करो। मैं अपने
20:48
आसपास प्यार, रिस्पेक्ट और हार्मोनी क्रिएट करता हूं। एग्जांपल एक महिला
20:55
बार-बार अब्यूसिव पार्टनर्स अट्रैक्ट करती थी। थेरेपी के बाद उसने अपने सबकॉन्शियस
21:01
में यह बिलीव डाला मैं प्यार और सम्मान डिजर्व करती हूं। कुछ समय में उसे एक
21:07
केयरिंग और सपोर्टिव पार्टनर मिला। एनालिसिस सबकॉन्शियस हमेशा आपके हिडन
21:12
बिलीव्स को रियलिटी में बदलता है। रिलेशनशिप्स इंप्रूव करने का पहला स्टेप है अपनी सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग बदलना।
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चैप्टर 18 सबकॉन्शियस और हैप्पीनेस। मर्फी कहते हैं कि हैप्पीनेस कोई एक्सटर्नल चीज
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नहीं बल्कि एक इनर चॉइस है। जब आप कॉन्शियसली चुनते हो कि मैं हैप्पी हूं तो
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सबकॉन्शियस उस फीलिंग को और स्ट्रांग बना देता है। बहुत से लोग कहते हैं जब मुझे
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प्रमोशन मिलेगा तब मैं हैप्पी रहूंगा या जब पैसा आएगा तब मैं खुश रहूंगा। लेकिन यह
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गलत अप्रोच है। सबकॉन्शियस को हमेशा प्रेजेंट टेंस में इंस्ट्रक्शन चाहिए। प्रैक्टिकल टिप रोज सुबह उठते ही कहो। आज
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का दिन सुंदर है। मैं हैप्पी हूं। मैं ग्रेटफुल हूं। एनालिसिस। हैप्पीनेस एक
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हैबिट है। अगर आप रोज अपने सबकॉन्शियस को पॉजिटिव और हैप्पी इंस्ट्रक्शन दोगे तो
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धीरे-धीरे आपकी पूरी पर्सनालिटी चियरफुल और मैग्नेटिक बन जाएगी। चैप्टर 19
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सबकॉन्शियस और स्पिरिचुअल पावर। मर्फी कहते हैं कि सबकॉन्शियस केवल मेंटल और
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फिजिकल ही नहीं बल्कि स्पिरिचुअल डायमेंशंस से भी जुड़ा है। जब आप प्रेयर
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और मेडिटेशन करते हो तो आप सबकॉन्शियस को हायर इंटेलिजेंस से कनेक्ट करते हो।
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प्रेयर एक तरह की अफमेशन है और मेडिटेशन एक तरीका है सबकॉन्शियस को शांत करने का।
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जब यह दोनों कंबाइन होते हैं तो आपको इनर गाइडेंस और पीस मिलती है। एग्जांपल एक
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साइंटिस्ट किसी कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम पर स्टक था। मेडिटेशन और प्रेयर के बाद उसे
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अचानक एक क्रिएटिव ब्रेक थ्रू मिला जो उसकी रिसर्च को बदल गया। एनालिसिस
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सबकॉन्शियस को स्पिरिचुअल प्रैक्टिससेस के साथ अलाइन करने से ना केवल पीस मिलती है बल्कि इंट्यूशन और क्रिएटिविटी भी बढ़ती
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है। नेक्स्ट चैप्टर चैप्टर नंबर 20 सबकॉन्शियस और ओल्ड एज मर्फी कहते हैं कि एजिंग
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प्रोसेस भी सबकॉन्शियस बिलीव्स पर डिपेंड करता है। अगर कोई सोचता है मैं बुरा हो
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रहा हूं, मैं कमजोर हो रहा हूं तो सबकॉन्शियस उस बिलीफ को रियलिटी बना देगा। लेकिन अगर कोई सोचता है मैं हर दिन
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हेल्दी, एक्टिव और एनर्जेटिक हूं तो सबकॉन्शियस उसे सच बना देगा। चाहे उम्र
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कितनी भी हो। एग्जांपल कई लोग 70 से 80 की ऐज में भी एनर्जेटिक और क्रिएटिव रहते हैं
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क्योंकि उन्होंने अपने सबकॉन्शियस को कभी ओल्ड एज की नेगेटिविटी से प्रोग्राम नहीं
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किया। एनालिसिस एज सिर्फ नंबर्स है। असली डिफरेंस सबकॉन्शियस एटीट्यूड बनाता है। जो
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लोग पॉजिटिव और एक्टिव सोचते हैं वह ज्यादा लंबे समय तक हेल्दी रहते हैं।
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चैप्टर 21 सबकॉन्शियस और फियर ओवरकमिंग। मर्फी कहते
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हैं कि दुनिया में डर की सबसे बड़ी जड़ सबकॉन्शियस में होती है। डर ज्यादातर
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इमेजिनेशन का रिजल्ट होता है ना कि रियलिटी का। अगर आप बार-बार सोचते हो कि
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कुछ गलत होगा तो सबकॉन्शियस उस थॉट को रियल बना देता है। प्रैक्टिकल टिप जब भी
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डर लगे तब बार-बार एफम करो। मैं फियरलेस हूं। भगवान मेरा सहारा है। सब अच्छा होगा।
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यह रेपटेशन धीरे-धीरे सबकॉन्शियस से डर की जड़ निकाल देता है। एग्जांपल एक आदमी को
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प्लेन में ट्रैवल करने से बहुत डर लगता था। मर्फी की टेक्निक्स अप्लाई करने के बाद अफमेशंस और विजुअलाइजेशन उसने अपना
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फियर ओवरकम कर लिया और ट्रैवल एंजॉय करने लगा। एनालिसिस फियर सबकॉन्शियस का इल्लुजन
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है। उसे फेथ और पॉजिटिव प्रोग्रामिंग से रिप्लेस किया जा सकता है। चैप्टर 22 फाइनल
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थॉट्स सबकॉन्शियस। मर्फी कहते हैं कि लाइफ हर क्षेत्र हेल्थ,
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वेल्थ, हैप्पीनेस, रिलेशनशिप, सक्सेस सबकॉन्शियस प्रोग्रामिंग से कंट्रोल होते
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हैं। अगर आप अपने सबकॉन्शियस को सही इंस्ट्रक्शंस दोगे तो वह आपको वो लाइफ
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देगा जो आप चाहते हो। फाइनल फार्मूला सोचो वही जो पाना चाहते हो। रिपीट करो अफमेशंस।
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विजुअलाइज करो गोल्स। फेथ रखो रिजल्ट्स पर। एनालिसिस। सबकॉन्शियस माइंड एक गार्डन
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की तरह है। अगर आप उसमें अच्छे बीज यानी पॉजिटिव थॉट्स डालोगे तो खुशहाल लाइफ
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उगेगी। अगर नेगेटिव पीस डालोगे तो दुख और परेशानियां रहेंगी।
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मर्फी कहते हैं कि इंसान की जिंदगी किसी बाहरी ताकत से नहीं बल्कि उसकी सब
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कॉन्शियस प्रोग्रामिंग से बनती और बिगड़ती है। हेल्थ, वेल्थ, हैप्पीनेस, सक्सेस,
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रिलेशनशिप्स, कॉन्फिडेंस यह सब आपके सबकॉन्शियस माइंड के अंदर स्टर्ड बिलीव्स
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और रिपीटेड थॉट्स से डिसाइड होते हैं। अगर आप बार-बार अपने सबकॉन्शियस को नेगेटिव
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अफमेशंस देते हो। जैसे मुझसे नहीं होगा। मैं अनलकी हूं। लाइफ मुश्किल है तो
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सबकॉन्शियस इन इंस्ट्रक्शन को ब्लाइंडली एक्सेप्ट करके वही रियलिटी बना देता है।
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धीरे-धीरे यह नेगेटिव बिलीव्स आपकी जिंदगी में फेलियर्स, प्रॉब्लम्स और अनहैनेस
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अट्रैक्ट कर देते हैं। लेकिन मर्फी कहते हैं कि इसी सबकॉन्शियस को आप अपनी लाइफ का
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सबसे बड़ा दोस्त और पार्टनर भी बना सकते हैं। अगर आप उसे बार-बार पॉजिटिव अफमेशंस
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देते हैं। जैसे मैं कैपेबल हूं, मैं हेल्दी हूं, मैं सक्सेसफुल हूं। मुझे प्यार और रिस्पेक्ट मिलता है तो आपका
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सबकॉन्शियस इन बिलीव्स को रियलिटी में बदल देता है और आपके लिए अपॉर्चुनिटीज, सही लोग, सही सिचुएशन और सही एनर्जी अट्रैक्ट
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करता है। सबकॉन्शियस एक गार्डन जैसा है। मर्फी कहते हैं कि सबकॉन्शियस को एक फर्टाइल सोयल की
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तरह समझो। इसमें हर थॉट एक बीज की तरह है। अगर आप इसमें फियर, डाउट, नेगेटिविटी के
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सीड्स डालते हो तो नेचुरली वही रीड्स और परेशानियां ग्रो होगी। लेकिन अगर आप इसमें
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लव, कॉन्फिडेंस और सक्सेस के सीड्स डालते हो तो आपकी जिंदगी में खुशहाली और अबंडेंस
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उगेगी। इसीलिए सबसे इंपॉर्टेंट बात यह है कि आप कॉन्शियसली चूज़ करो कि अपने
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सबकॉन्शियस में कौन से सीड्स बोने हैं। हर दिन की आपकी सेल्फ टॉक, आपकी इमेजिनेशन और
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आपकी बिलीव्स ही वो सीड्स हैं जो फ्यूचर को शेप करेंगे।
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आगे बात करते हैं सबकॉन्शियस और फेथ का कनेक्शन। मर्फी कहते हैं कि सिर्फ अफमेशंस
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बोलना ही काफी नहीं है। फेथ और बिलीफ के साथ बोलना जरूरी है। अगर आप दिल में
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विश्वास नहीं करते तो सबकॉन्शियस कंफ्यूज हो जाता है। जब आप किसी भी गोल या
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प्रॉब्लम को फेथ के साथ अपने सबकॉन्शियस को देते हो तो वह बैकग्राउंड में काम करना शुरू कर देता है और आपको राइट आइडियाज,
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राइट अपोरर्चुनिटीज और राइट गाइडेंस दिला दिलाता है। मर्फी इसे गॉड्स लॉ या
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यूनिवर्सल लॉ भी कहते हैं। यानी सबकॉन्शियस आपके फेथ्स और थॉट के हिसाब से
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यूनिवर्स से एनर्जी लेता है और आपको वो देता है जो आप बहुत सिंसियरली चाहते हो।
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सबकॉन्शियस और हर क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मेशन। हेल्थ, पॉजिटिव अफ़मेशंस
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और विजुअलाइज़ेशन आपकी बॉडी को हील करते हैं। सबकॉन्शियस हर सेल को रिस्टोर और
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रिजुमिनेट करता है। वेल्थ जब आप सोचते हो मनी एक पॉजिटिव एनर्जी है और फ्रीली फ्लो
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करती है तो सबकॉन्शियस आपको प्रोस्पेरिटी अट्रैक्ट करने वाले एक्शंस और लोग देता
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है। रिलेशनशिप्स जब आप अपने सबकॉन्शियस को मैं प्यार करता हूं और प्यार डिर्व करता
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हूं से भरते हो तो नेचुरली आपके रिश्ते में हार्मोनी और रिस्पेक्ट आनी लाजमी है।
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हैप्पीनेस हैप्पीनेस कोई एक्सटर्नल चीज नहीं बल्कि सबकॉन्शियस हैबिट है। अगर आप
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रोज ग्रेटट्यूड और पॉजिटिविटी प्रैक्टिस करते हो तो सबकॉन्शियस ऑटोमेटिकली चियरफुल
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बन जाता है। सक्सेस सबकॉन्शियस सक्सेस अट्रैक्ट करता है। जब आप आई कैन डू इट
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वॉली प्रोग्रामिंग उसे देते हो डाउट और फियर रिमूव होते हैं और सक्सेस आपके
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एक्शंस में रिफ्लेक्ट होने लगते हैं। तो दोस्तों अब बात करते हैं फाइनल मैसेज की
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मर्फी कहते हैं कि आपका सबकॉन्शियस माइंड आपकी जिंदगी का सबसे बड़ा खजाना है। लेकिन
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यह खजाना तभी काम करता है जब आप इसे सही तरीके से यूज़ करना सीखते हो।
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हर दिन अपने सबकॉन्शियस से कॉन्शियसली बात करो।
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उसे पॉजिटिव और कंस्ट्रक्टिव इंस्ट्रक्शंस दो। उसे फेथ और लव के साथ प्रोग्राम करो।
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नेगेटिव थॉट्स और ग्रेजेस छोड़ दो। फॉरगिवनेस, ग्रेटट्यूड और पॉजिटिविटी से
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उसे भर दो। तब आप देखोगे कि मिरेकल्स आपकी लाइफ का हिस्सा बन जाएंगे। प्रॉब्लम्स के
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सॉल्यूशन अपने आप सामने आने लगेंगे। हेल्थ बेटर होगी। रिलेशनशिप्स सुधरेंगे। मनी और
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ओपोरर्चुनिटीज फ्लो करने लगेंग। हैप्पीनेस आपकी नेचुरल स्टेट बन जाएगी। संक्षेप में
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योर सबकॉन्शियस माइंड इज योर डेस्टिनी मेकर। उसे उसी तरह से गाइड करो और वह आपकी
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जिंदगी को एक मास्टर पीस बना देगा। [संगीत]